धर्म एवं दर्शन >> सरल राजयोग सरल राजयोगस्वामी विवेकानन्द
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स्वामी विवेकानन्दजी के योग-साधन पर कुछ छोटे छोटे भाषण
अमेरिका में श्रीमती सारा सी. बुल के निवास-स्थान पर जब श्री स्वामी
विवेकानन्दजी अपने कुछ शिष्यों सहित ठहरे हुए थे उस समय उन्होंने योग-साधना
पर कुछ छोटे छोटे भाषण दिए थे जिन्हें श्रीमती बुल ने लिपिबद्ध कर लिया था।
उसके बाद सन् १९१३ में अमेरिका निवासी भारतीयों ने इन भाषणों को अन्य भक्तों
एवं श्रद्धालु व्यक्तियों के निमित्त एक पुस्तक के रूप में प्रकाशित किया।
प्रस्तुत पुस्तक उसी अंग्रेजी पुस्तक का श्री पृथ्वीनाथ शास्त्री द्वारा
हिन्दी अनुवाद है। इसमें स्वामीजी ने संक्षेप रूप में राजयोग का सार दिया है।
हमारे जीवन-गठन एवं चरित्र-निर्माण के लिए यह पुस्तक बड़ी ही सुन्दर एवं
उपयोगी है।
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